उन्होंने कहा कि संभवत: हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसलिए मधुमक्खीपालन को बढ़ावा दिये जाने पर जोर दे रहे हैं क्योंकि इसके जरिये खेती के समान रकबे में, उर्वरक की मात्रा को बढ़ाये बगैर, समान श्रमबल और कम से कम कीटनाशकों के उपयोग के साथ उत्पादकता में कई गुना वृद्धि संभव है। विश्व मधुमक्खीपालन दिवस पर कृषि मंत्रालय की ओर से जारी किये गये संकल्प में वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के साथ साथ तमाम अन्य लक्ष्यों को हासिल करने के अलावा किसानों को मधुमक्खीपालन के जरिये उत्पादकता बढ़ाने और वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खीपालन को अपनाने का संकल्प कराया गया।संपादकीय सहयोग :अतनु दास