भारत की प्रीमियर मेडिकल कॉर्पोरेशन के कोविड—19 एंटीजन टेस्ट को विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से पूरी दुनिया में आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली
सरिगाम, गुजरात, भारत, 7 अप्रैल, 2021, पीआरन्यूजवायर—एशियानेट।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड—19 एंटीजन और एंटीबॉडी टेस्टिंग किट बनाने वाली अग्रणी कंपनी प्रीमियर मेडिकल कॉर्पोरेशन (पीएमसी) के किट को वैश्विक स्तर पर खरीद की अनुमति देने के लिए आपात इस्तेमाल की सूची में शामिल करने की अनुमति दे दी है।
यह मुकाम हासिल करने वाली यह विश्व की तीसरी और भारत की एकमात्र कंपनी है। इस जांच किट को पूरी तरह से भारत में विकसित और तैयार किया गया है।
यह मंजूरी पिछले साल भारत में श्योर स्टेटस कोविड—19 एंटीजन कार्ड टेस्ट के आपात इस्तेमाल के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की मंजूरी के बाद दी गई है। भारत में पहले से ही इस तरह की जांच हो रही है।
कंपनी ने आपात इस्तेमाल अनुमोदन (ईयूए) कार्यक्रम के तहत शामिल किए जाने के लिए अब अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) में कोविड—19 एंटीजन टेस्ट को सौंपने की योजना बनाई है।
इसका आसान और किफायती टेस्ट आपकी नाक से सैंपल लेकर किया जाता है जिसमें महज 15 मिनट में परिणाम मिल जाता है कि सैंपल में वायरल का जेनेटिक मैटेरियल है या नहीं। इसकी विशिष्टता 100 फीसदी जबकि संवेदनशीलता 94.5 फीसदी है। इससे स्कूलों, कार्यस्थलों और डॉक्टरों के कार्यालय जैसे विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त उपकरण के बगैर लोगों की शीघ्र और सुविधाजनक जांच संभव हो पाती है।
कंपनी अपनी पेटेंट कराई प्लेटफॉर्म टेक्नोलॉजी और रैपिड सलाइवा टेस्टिंग पर आधारित कोविड—19 के विभिन्न स्वरूपों का पता लगाने के लिए एक टेस्ट विकसित करने की प्रक्रिया पर भी काम कर रही है जो वायरस और इसके प्रसार पर काबू पाने में अहम भूमिका निभाएगा।
प्रीमियर मेडिकल कॉर्पोरेशन एचआईवी, मलेरिया, हेपेटाइटिस और सिफलिस समेत कई संक्रामक रोगों के जांच किट विकसित करने, बनाने और वितरित करने में वैश्विक अग्रणी कंपनी है। इसने विभिन्न संक्रामक रोगों के नोवेल टेस्ट किट विकसित करने के लिए प्रमुख विश्वविद्यालयों और रोग नियंत्रण केंद्रों के साथ सहभागिता की है।
कंपनी के गुजरात स्थित उत्पादन केंद्र पर फिलहाल 500 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।
(संपादक : यह विज्ञप्ति आपको एशियानेट के साथ हुए समझौते के तहत प्रेषित की जा रही है। पीटीआई पर इसका कोई संपादकीय उत्तरदायित्व नहीं है।) |