मनुष्य का मस्तिष्क सृजन के मामले में ‘‘बहुत उर्वर’’ होता है: रस्किन बाण्ड

Updated: May 22 2023 4:10PM

मनुष्य का मस्तिष्क सृजन के मामले में ‘‘बहुत उर्वर’’ होता है: रस्किन बाण्ड

नयी दिल्ली, 18 मई (भाषा) प्रख्यात लेखक रस्किन बाण्ड ने कहा है कि शरीर के विपरीत मनुष्य का मस्तिष्क जीवन के उत्तरार्द्ध में चीजों को याद रखता है और सृजन के मामले में ‘‘बहुत उर्वर’’ होता है। उन्होंने जीवन के छठे और सातवें दशक में चल रहे लेखकों को सलाह दी कि वे विख्यात रचनाकारों अगाथा क्रिस्टी और पी जी वुडहाउस की कृतियों से प्रेरणा लें और लेखन जारी रखें, भले ही यह लेखन स्वांत: सुखाय ही क्यों न हो।.

बाण्ड शुक्रवार को 89 वर्ष के हो जायेंगे। उन्होंने अपनी नई किताब ‘‘द गोल्डन इयर्स: द मैनी जॉय ऑफ लिविंग ए गुड लॉन्ग लाइफ’’ जारी की है। उनका मानना है कि लेखकों की उम्र बढ़ने के बारे में एक अच्छी बात यह है कि यह उन्हें प्यार, दोस्ती, रोमांच, उपलब्धियों, एक बदलता देश, एक बदलती दुनिया, जीवन के बदलते तरीकों पर और अधिक लिखने के लिए प्रेरित करता है।.