टैगोर से प्रभावित एस्तोनियाई लेखिका डोरिस करेवा के लिए भारत एक ‘एडवेंचर’ है

Updated: Jan 30 2023 3:55PM

जयपुर, 29 जनवरी (भाषा) ‘एस्तोनियन आर्डर आफ दी व्हाइट स्टार’ पुरस्कार से एस्तोनिया सरकार द्वारा 2001 में सम्मानित कवयित्री डोरिस करेवा भारतीय संस्कृति से इस कदर प्रभावित हैं कि उन्हें यह किसी जादुई दुनिया जैसा लगता है। डोरिस किशोरावस्था से ही गुरूदेव रविन्द्र नाथ टगौर की कविताओं से काफी प्रभावित रहीं हैं और बचपन से ही वह भारत आने के सपने देखा करती थीं। .

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में भाग लेने के लिए पिछले दिनों भारत आईं डोरिस करेवा ने ‘भाषा’ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं चार बार भारत आ चुकी हूं। 2013 में या शायद उससे भी पहले। इतने समय में आए बदलाव के बारे में बताना मुश्किल है क्योंकि इंडिया केवल एक देश नहीं है बल्कि एक महाद्वीप है। यह इतना रहस्यमय है, हर बार जब भी मैं आती हूं तो विभिन्न हिस्सों में जाती हूं... विभिन्न किस्म के लोगों से मिलती हूं ...और मेरे लिए यह एक कभी न खत्म होने वाला एडवेंचर है।’’.