नयी ‘बूस्टर’ खुराक कोरोना वायरस के मौजूदा, भावी स्वरूपों के खिलाफ कारगर होनी चाहिए:रणदीप गुलेरिया
Updated: Mar 24 2023 4:45PM
नयी दिल्ली, 23 मार्च (भाषा) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया का कहना है कि भारत में इस्तेमाल हो रहे कोविड-19 रोधी टीके कोरोना वायरस के मूल वुहान स्वरूप के खिलाफ कारगर तो हैं ही, लेकिन नए स्वरूप के उभरने के साथ अगर फिर से ‘बूस्टर’ (एहतियाती) खुराक की आवश्यकता महसूस होती है, तो ये टीके वायरस के मौजूदा स्वरूपों के साथ-साथ भविष्य के स्वरूपों के खिलाफ भी सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम होने चाहिए।.
‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में यह पूछे जाने पर कि क्या लगभग एक साल बाद कोविड-19 के मामलों में हालिया उछाल के बीच यह एक और एहतियाती खुराक लेने का समय है, उन्होंने आंकड़ों के दो सेट तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया-पहला यह पता लगाने के लिए कि क्या प्रतिरक्षा कमजोर हो रही है और दूसरा कि क्या टीकों में सुधार करने की आवश्यकता है।.
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